सोला सिविल अस्पताल में गुरुवार को एक ही दिन में डॉक्टरों द्वारा सुनने की समस्या वाले 35 रोगियों का ऑपरेशन किया गया।
सोला सिविल अस्पताल में ईएनटी विभाग की प्रमुख डॉ नीना भालोदिया ने कहा कि 3 मार्च विश्व श्रवण दिवस है। इस संबंध में, उन्होंने सुनने की समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाने की कोशिश की है।
उसने कहा कि लोग आंख या मुंह में समस्या के लिए अस्पताल जाते हैं, लेकिन सुनवाई हानि के लिए नहीं। लेकिन, दुर्भाग्य से, कभी-कभी ऐसा होता है कि आंशिक सुनवाई हानि पूर्ण सुनवाई हानि बन जाती है।
सोला सिविल अस्पताल में सुनने की समस्या वाले कई मरीज देखे जाते हैं। इसमें अन्य मुद्दों के अलावा कान की हड्डियों का चिपकना और कानों में सड़न शामिल है। कई सुनने की बीमारियां भी आनुवंशिक रूप से पीढ़ियों से चली आ रही हैं; इसलिए इस सप्ताह को विश्व श्रवण सप्ताह के रूप में चिह्नित किया गया है।
पीढ़ीगत कान की बीमारी के मामले में, एक ही परिवार के चार व्यक्तियों को ओटोस्क्लेरोसिस था। उनकी दादी और दादा दोनों की हालत खराब थी। यह तब तीसरी पीढ़ी में देखने को मिला, जिसके परिणामस्वरूप उनके चार पोते-पोतियों को एक ही बीमारी हो गई।
पिछले सप्ताह कान की बीमारियों के कुल 47 रोगियों की पहचान की गई, जिनमें से 35 का गुरुवार को ऑपरेशन किया गया।
गुजरात में शायद यह पहला मौका था जब एक दिन में इतने मरीजों का ऑपरेशन किया गया।
अस्पताल में आधुनिक उपकरणों के साथ ऑडियोलॉजी की सुविधा भी शुरू की गई है। गुरुवार को आठ विशेषज्ञ व 40 पैरामेडिकल स्टाफ प्रयास में शामिल हुए।