प्रवर्तन निदेशालय ने मॉरिस कॉइन्स नामक एक नकली क्रिप्टोकरेंसी के संबंध में देश भर में छापे मारे हैं, जिसमें कंपनी ने एक “अंतरंग सिक्का पेशकश” शुरू की। केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में निवेशकों के अनुमानित रूप से 3,000 करोड़ रुपये डूबने का अनुमान है।
मामले में पुलिस ने बेंगलुरु की लॉन्गरिच टेक्नोलॉजी, मॉरिस ट्रेडिंग सॉल्यूशंस समेत अन्य कंपनियों में छापेमारी की है. मामले के विवरण के अनुसार,मुख्य आरोपी निषाद है जो फिलहाल विदेश में है | उन्होंने घोटाले में एक मनी चेन मॉडल भी स्थापित किया, जिसमें जमा किए गए पैसे को मॉरिस कॉइन में बदल दिया गया।स्कैमर्स निवेशकों को आकर्षित करने के लिए एक योजना लेकर आए थे, जिसमें निवेशकों को कम से कम 15,000 रुपये के निवेश पर 300 दिनों के लिए प्रति दिन 270 रुपये देने का वादा किया गया था।स्कैमर्स निवेशकों को कॉइन देते थे जिसकी कीमत 1000 रुपये रखी गयी थी | मिली जानकारी के मुताबिक इस स्कीम के ज्यादातर निवेशक अपने काले धन को निवेश किया था जिसके कारण वह सामने नहीं आ रहे हैं |