व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश समिति (ACPC) ने सोमवार को घोषणा की कि गुजरात में नए स्वीकृत 18 नए फार्मेसी डिग्री (pharmacy degree) और डिप्लोमा कॉलेजों (diploma colleges) के लिए 21 दिसंबर से शुरू हुआ प्रवेश का नया दौर समाप्त हो गया है।
समिति के एक बयान में कहा गया है कि नए सत्र में 300 छात्रों को प्रवेश दिया गया है।
ACPC को इन कॉलेजों में कुल उपलब्ध सीटों में से 50 प्रतिशत सरकारी कोटे की सीटों को स्वीकार करना था। नव-स्वीकृत संस्थानों में लगभग 1,700 फार्मेसी सीटें हैं।
फार्मेसी डिग्री और डिप्लोमा कोर्स में दाखिले के लिए च्वॉइस फिलिंग के आखिरी दिन 7 दिसंबर को फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (Pharmacy Council of India- पीसीआई) ने राज्य में 18 नए फार्मेसी कॉलेजों को मंजूरी दी।
समिति के आंकड़ों के अनुसार, दूसरे दौर के प्रवेश के अंत में, सरकारी कॉलेजों में 210 सीटें खाली रह गई थीं। इन सरकारी कॉलेज सीटों में डिग्री के लिए 78 और डिप्लोमा कोर्स के लिए 132 सीटें शामिल हैं।
प्रवेश समिति के आंकड़ों के अनुसार, स्व-वित्तपोषित फार्मेसी कॉलेजों में 1,868 सीटें खाली रह गई थीं।
सूत्रों ने कहा कि सोमवार तक राज्य में सरकारी और स्व-वित्तपोषित कॉलेजों को मिलाकर करीब 2,500 सीटें खाली रह गई हैं।
सूत्रों ने कहा कि प्रवेश समिति ने ये सीटें कॉलेजों को छात्रों को अपने दम पर प्रवेश देने के लिए दी थीं। कॉलेजों को 31 दिसंबर तक दाखिले की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
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