यकीनन 2021 मानवता के अंतरिक्ष प्रयासों के लिए बहुत बड़ा वर्ष था। विज्ञान के मील के पत्थर से परे अरबपतियों ने पहले अंतिम सीमा तक पहुंचने के लिए लड़ाई लड़ी, फिर नागरिकों का एक दल अंतरिक्ष की कक्षा में चला भी गया। स्टार ट्रेक के विलियम शैटनर ने ब्रह्मांड से पृथ्वी को देखने के बारे में गहराई से जानकारी दी, क्योंकि अंतरिक्ष पर्यटन आखिरकार आरंभ हो ही गया।
कहना ही होगा कि नासा का मार्स रोवर अपने “सात मिनट के आतंक” से तब बच गया, जब फरवरी में यान मंगल के जेजेरो क्रेटर पर लैंडिंग के लिए अपने स्वचालित सिस्टम पर निर्भर था। तब से कार के आकार का रोबोट अपने मिशन के तहत नमूने के लिए तस्वीरें पाने के मकसद से ड्रिलिंग कर रहा है। ताकि पता लगाया जा सके कि क्या लाल ग्रह पर कभी जीवन था। अब 2030 के दशक में कुछ समय के लिए रॉक सैंपल रिटर्न मिशन की योजना बनाई गई है।
बता दें कि एक अमेरिकी अरबपति 2001 में दुनिया का पहला अंतरिक्ष पर्यटक बना था, लेकिन निजी अंतरिक्ष उड़ान के वादे को पूरा होने में 20 साल और लग गए। जुलाई में वर्जिन गेलेक्टिक के संस्थापक रिचर्ड ब्रैनसन ने ब्लू ओरिजिन के जेफ बेजोस को पछाड़ते हुए सबऑर्बिटल स्पेसफ्लाइट को पूरा करने वाले पहले गैर-पेशेवर अंतरिक्ष यात्री होने का सम्मान पाया।
लेकिन इस साल सितंबर में अरबपति एलन मास्क की कंपनी स्पेस एक्स ने अपना पहला ऑल सिविलियन क्रू को अंतरिक्ष में सफलता हासिल की। कंपनी ने पहली बार चार आम लोगों को अंतरिक्ष में भेजा। यह पहला मौका था जब आम लोगों को अंतरिक्ष की सैर पर भेजा गया। इस उड़ान की कमान 38 साल के अरबपति जारेड इसाकमैन के हाथों में रही। ये यात्री 575 किलोमीटर ऊपर पृथ्वी की कक्षा में रहे। यह इंटरनेशल स्पेस स्टेशन की तुलना में अधिक गहराई में स्थित है।
इसके लॉन्च से पहले नासा के बिल नेल्सन ने ट्वीट किया कि इंस्पिरेशन4 का लॉन्च हमें याद दिलाता है कि जब हम प्राइवेट इंडस्ट्री के साथ साझेदारी करते हैं तो क्या हासिल किया जा सकता है। अंतरिक्ष में पर्यटन की दुनिया में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स लंबा रास्ता सफर करना चाह रही है। गौरतलब है कि शीत युद्ध के दौरान अंतरिक्ष पर अमेरिका और पूर्व सोवियत संघ का प्रभुत्व था। लेकिन अब वाणिज्यिक मकसद से चीन, भारत और अन्य देश भी अपनी अंतरिक्ष उड़ान की तैयारियों को तेजी से बढ़ा रहे हैं।