लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 को सेमीफाइनल माना जा रहा है. विधानसभा चुनाव के लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है. मतदान में एक महीने से भी कम समय बचा है. चुनाव आयोग के मुताबिक कर्नाटक में 10 मई को मतदान है और नतीजे 13 मई को आएंगे. इस चुनाव में गुजरात के नेताओं को प्रचार की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है. गुजरात भाजपा के मुख्य मीडिया कन्वीनर डॉ यग्नेश दवे पहले से ही कर्णाटक में डेरा डाले हुए हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी कर्नाटक में गुजराती समुदाय के लोगों के साथ बैठक कर चुके हैं. अब बीजेपी ने चुनाव प्रचार के लिए गुजरात से कर्नाटक में 125 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की फौज भेजने का फैसला किया है. इसके अलावा सरकार और संगठन के 6 नेता भी लगातार कर्नाटक दौरे पर रहेंगे। 15 अप्रैल के बाद बीजेपी के प्रदेश नेता कर्नाटक के दौरे पर भी जाएंगे. इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया को दी गई है.
गुजरात भाजपा ने दिसंबर 2022 में आयोजित विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक तौर से 156 सीट पर विजय हांसिल की है।
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता डॉ यमल व्यास के मुताबिक गुजरात बीजेपी के नेता 15 अप्रैल से कर्नाटक में डेरा डालेंगे. इसके लिए प्रदेश महामंत्री प्रदीप सिंह वाघेला, पूर्व मंत्री गणपत वसावा, प्रवीण माली, जीतू वाघाणी , पूर्णेश मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल का नाम शामिल किया गया है. मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेंद्र पटेल पहली बार किसी दूसरे राज्य में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे. उन्होंने हाल ही में कर्नाटक में गुजराती समाज के साथ बैठकें कीं थी. केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया को कर्नाटक अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में गुजरात के 6 बड़े नेता और 125 कार्यकर्ता प्रचार करेंगे. साथ ही गुजरात सरकार के कई मंत्री भी कर्णाटक का प्रवास करेंगे।
2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 104 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन बहुमत के लिए 113 सीटों की जरूरत थी. ऐसे में बीजेपी के पास बहुमत से 9 सीटें कम थी. जबकि कांग्रेस को 80 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं. कुछ वक्त के लिए जेडीएस और कांग्रेस ने मिलकर सरकार भी चलाया था. लेकिन अब सत्ता पर भाजपा काबिज है.
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