छत्तीसगढ़ की 12 जनजाति समुदायों (tribes communities) को अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribes) की सूची में जोड़ा गया है। दावा किया गया है कि, करीब 72,000 लोगों को इसका फायदा मिलेगा। जिन समुदायों को अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल किया गया है वे हैं भुइंया, भुइयां और भुइयां भरिया भूमिया समुदाय के पर्याय के रूप में, धनुहार, धनुवार धनवार समुदाय के पर्याय के रूप में, किसान, नागासिया नागासिया किसान के पर्याय के रूप में, सावर, सौंरा, सौंरा, धनगर, बिंझिया, कोड़ाकू, भरिया, पांडो का पर्याय के रुप में सावरा को शामिल किया गए है।
विशेष रूप से, छत्तीसगढ़ के 12 अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों के नामों के विभिन्न संस्करणों को शामिल करने के लिए एक विधेयक राज्यसभा में पारित होने के बाद जनजातियों को एसटी सूची में जोड़ा गया था। संविधान (एसटी) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022, जो पिछले साल दिसंबर में लोकसभा में पारित हुआ था।
विधेयक पर बहस का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Union Minister Arjun Munda) ने कहा कि इसके पारित होने से छत्तीसगढ़ के लगभग 72,000 लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा, “यह एक छोटी संख्या है लेकिन यह आदिवासियों के कल्याण के प्रति सरकार की संवेदनशीलता के बारे में बताती है।”
संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022 राज्यसभा में विपक्षी दलों की अनुपस्थिति में ध्वनि मत से पारित किया गया। छत्तीसगढ़ भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा विधानसभा चुनाव से पहले इन 12 जनजातियों के गांवों में पहुंचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह का आभार व्यक्त करेगा।
यह भी पढ़ें- आरबीआई ने स्टार सीरीज के बैंक नोट बताया वैध