उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी स्थित दोमहनी के पास गुरुवार शाम को पांच बजे के करीब बीकानेर एक्सप्रेस की 12 बोगियां बेपटरी हो गईं। हादसे में चार-पांच बोगी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इस ट्रेन हादसे में अब तक पांच यात्रियों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है।
अभी भी कई यात्री बोगी के नीचे दबे हुए हैं। जलपाईगुड़ी की डीएम मोमिता गोदरा बसु ने मौतों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि 51 एंबुलेंस राहत-बचाव कार्य में लगी हैं। 40 घायलों को मयनागुड़ी और जलपाईगुड़ी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इधर, हादसे की खबर मिलते स्थानीय प्रशासन, पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए, लेकिन हादसे के तीन घंटे बीत जाने के बाद भी कोई रेलवे अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। वहीं, राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
मौके पर अंधेरा होने के कारण काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, धुपगुड़ी से दमकल कर्मी भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। वहीं, बीएसएफ के जवान भी यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
पटना जंक्शन के मुख्य रिजर्वेशन सुपरवाइजर राजेश कुमार ने बताया कि बिहार गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन में पटना जंक्शन से 98 और मोकामा से 3 और बख्तियारपुर से 2 लोग सवार हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी हादसे पर ट्वीट किया। उन्होंने कहा, “रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और पश्चिम बंगाल में ट्रेन दुर्घटना के मद्देनज़र स्थिति का जायज़ा लिया। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।
“राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी हादसे पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यात्रियों की जान जाने के बारे में जानकर दुखी हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्दी ठीक होने की कामना।”
बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, “मैनागुड़ी में बीकानेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस के साथ हुए दुखद हादसे से गहरा झटका लगा। राज्य सरकार के सभी वरिष्ठ अधिकारी, डीएम, एसपी, आईजी उत्तर बंगाल राहत-बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। जो भी घायल हैं, उन्हें जल्द से जल्द चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराई जा रही है।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना पर ट्वीट कर कहा, “मैंने पीएम मोदी से बात की है और उन्हें बचाव कार्यों से अवगत कराया है। मैं व्यक्तिगत रूप से त्वरित बचाव कार्यों के लिए स्थिति की निगरानी कर रहा हूं।”