गुजरात सरकार की 108 एंबुलेंस सेवा वर्ष-2022 में लाखों लोगों की सेवा का साधन साबित हुई है। पिछले वर्ष 365 दिनों में 108 एंबुलेंस सेवा के तहत 12 लाख 72 हजार 343 लोग स्वास्थ्य सेवाओं से लाभान्वित हुए ।108 एंबुलेंसों द्वारा प्रति दिन 3485 कॉल और प्रति घंटे 145 कॉल प्राप्त किए गए।
इतना ही नहीं, इन 12 महीनों और 365 दिनों में 108 एंबुलेंस सेवाएं प्रदेश के 1 लाख 20 हजार 723 पीड़ित मरीजों को आपातकालीन सेवाएं देकर जीवन रक्षक साबित हुई हैं और मरीजों को नया जीवन देने में सफल रही हैं.प्रदेश में इस समय करीब 800 ,108 एंबुलेंस जरूरतमंद मरीजों के इलाज के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। पिछले साल कुल कॉल में से 108 एंबुलेंस का औसत प्रतिक्रिया समय 17 मिनट और 10 सेकंड था।
वर्ष 2022 में 108 एंबुलेंसों द्वारा प्राप्त आपातकालीन कॉलों का विवरण देखें तो 4,42,140 कॉल गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के लिए, 1,38,520 पेट दर्द की शिकायतों के लिए, 1,45,053 सड़क दुर्घटना आपात स्थिति के लिए और 1 ,19,012 अन्य प्रकार की आपात स्थितियों के लिए थे।
दुर्घटना आपातकालीन कॉल, श्वसन संकट के लिए 73,807 कॉल, हृदय संबंधी आपात स्थिति के लिए 55,606 कॉल, तेज बुखार के लिए 49,165 कॉल, मधुमेह की समस्याओं के लिए 15,921 कॉल, गंभीर कुपोषण के लिए 11,068 कॉल, 10,118 108 एम्बुलेंस सेवा में भाग लेने के लिए स्ट्रोक संबंधी समस्याएं, 4,474 सिरदर्द की समस्याएं, 1,899 गंभीर दुर्घटनाएं, 1728 एलर्जी रिएक्शन की शिकायतें, 1735 मानसिक बीमारी संबंधी शिकायतें, 3450 कोरोना संबंधी कॉलें और 1,42,471 कॉल अन्य प्रकार की समस्याओं से संबंधित दी गई हैं।
इसके अलावा, 108 एंबुलेंस में राज्य की 10,065 गर्भवती बहनों की भी आपातकालीन स्थिति में डिलीवरी की गई है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदी की अदूरदर्शिता के फलस्वरूप वर्ष 2007 में गुजरात में 108 एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की गई थी।