महाराष्ट्र में 10 मंत्री ,20 विधायक और कई सांसदो के कोरोना के चपेट में आने के बाद महाराष्ट्र सरकार में हड़कंप मच गया है | दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर में भी महाराष्ट्र बुरी तरह प्रभावित होता दिख रहा है | जिसके कारण महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री कठोर प्रतिबंध लगाने के पक्षधर हैं | राज्य के मुख्यमंत्री पहले ही अपनी पुरानी बीमारी को लेकर इलाजरत हैं |
देश और दुनिया में कोरोना का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है और इसके साथ ही लगता है कि ग्रहण अब नेताओं पर भी लग गया है. संभव है कि दूसरी लहर की तरह ही तीसरी लहर के मामले भी बढ़ रहे हों. देश के इस प्रमुख राज्य के सबसे बड़े शहर मुंबई से लगातार नए मांमले सामने आ रहे हैं |
राज्य की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़, सांसद सुप्रिया सुले, केसी पड़वी, बाल विकास मंत्री समेत कई विधायक कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं.मुंबई से 5,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.यहां तक कि उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी अब राज्य में कुछ और कठोर प्रतिबंध लगाने का संकेत दिया है, जो सकारात्मक आया है।
मुंबई और पुणे में लगातार कोविड पॉजिटिव मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। लेकिन अगर इसके साथ अभी भी कोई मामला है, तो राज्य भर में मामलों में वृद्धि की संभावना है। अजीत पवार समेत महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इससे चिंतित हैं।