उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू में टिप्पणी की थी कि, जनता ने केवल प्रियंका को फर्श साफ करने के लिए योग्य बनाया है। बयान उस दृश्य के संदर्भ में था जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लखीमपुर खीरी के रास्ते में हिरासत में लिए जाने के बाद सीतापुर में एक गेस्ट हाउस की सफाई करते देखा गया था।
यूपी की मुख्यमंत्री के बयान के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा एक दलित बस्ती के वाल्मीकि मंदिर पहुंचीं और झाड़ू से फर्श साफ किया| उन्होंने कहा कि, “योगी आदित्यनाथ का बयान लाखों महिलाओं, दलितों और सफाईकर्मियों का अपमान है, उनका नहीं| उन्होंने यह कहकर मेरा अपमान नहीं किया है, उन्होंने उन सभी लाखों दलित भाइयों और बहनों का अपमान किया है जो ऐसा काम कर रहे हैं।“
इस बीच कांग्रेस तीन मुद्दों को लेकर रविवार यानी 10 अक्टूबर को रैली करेगी| इन मुद्दों में केंद्रीय राज्य मंत्री के पद से अजय मिश्रा का इस्तीफा, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और कृषि कानूनों को वापस लेना शामिल है| ‘किसान न्याय रैली’ के नाम से जानी जाने वाली इस रैली को कांग्रेस के 2022 यूपी चुनाव अभियान की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है, जिसे प्रियंका गांधी वाड्रा संबोधित करेंगी|