विदेश मंत्रालय (MEA) ने सोमवार को सीरिया की स्थिति पर भारत का रुख स्पष्ट करते हुए शांतिपूर्ण और समावेशी राजनीतिक बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया। यह बयान उन रिपोर्टों के बाद आया है, जिनमें विद्रोहियों द्वारा दमिश्क पर नियंत्रण करने और राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन के अंत की संभावना जताई गई है।
विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “हम सीरिया में हो रहे घटनाक्रम पर नज़र रख रहे हैं। हम सभी पक्षों से सीरिया की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने की दिशा में काम करने का आह्वान करते हैं। हम सभी वर्गों की रुचियों और आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए एक शांतिपूर्ण और समावेशी सीरियाई नेतृत्व वाली राजनीतिक प्रक्रिया का समर्थन करते हैं।”
मंत्रालय ने यह भी पुष्टि की कि दमिश्क में स्थित भारतीय दूतावास सीरिया में भारतीय समुदाय के संपर्क में है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है।
भारत की यह अपील सीरियाई नेतृत्व वाली राजनीतिक समाधान प्रक्रिया के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिसमें स्थिरता और राष्ट्र की संप्रभुता के सम्मान पर जोर दिया गया है। सीरिया में बिगड़ती स्थिति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, जिसका क्षेत्रीय स्थिरता और मानवीय प्रयासों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
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