कनाडा में विदेशी छात्रों के फर्जी एडमिशन लेटर्स की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। द ग्लोब एंड मेल की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में इमिग्रेशन, रिफ्यूजीज़ एंड सिटिज़नशिप कनाडा (IRCC) ने 10,000 से अधिक संभावित फर्जी दस्तावेज़ों को चिह्नित किया है। यह संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 30% अधिक है। अध्ययन वीज़ा के लिए आवेदन के साथ जमा किए गए इन दस्तावेज़ों को अब सख्ती से जांचा जा रहा है।
चौंकाने वाले खुलासे
IRCC के इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ब्रांच की डायरेक्टर-जनरल ब्रोनविन मे ने इस मामले में हाउस ऑफ कॉमन्स की इमिग्रेशन कमेटी को जानकारी दी। उन्होंने कहा, “पिछले एक साल में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के एडमिशन लेटर्स की जांच के दौरान हमने 10,000 से अधिक फर्जी लेटर्स पकड़े हैं।”
पिछले 10 महीनों में IRCC ने 5 लाख एडमिशन लेटर्स की जांच की, जिनमें से 93% असली पाए गए। हालांकि, 2% लेटर्स पूरी तरह फर्जी निकले, जबकि 1% मामलों में छात्रों का प्रवेश रद्द हो चुका था। इसके अलावा, कई मामलों में कॉलेज और विश्वविद्यालय भी लेटर्स की प्रामाणिकता की पुष्टि करने में विफल रहे।
फर्जी दस्तावेज़ों के बढ़ने के कारण
फर्जी एडमिशन लेटर्स में बढ़ोतरी के पीछे कई वजहें मानी जा रही हैं:
- बढ़ी हुई जांच-पड़ताल: IRCC द्वारा आवेदन प्रक्रिया में सख्ती से जांच के कारण अधिक फर्जी दस्तावेज़ पकड़े जा रहे हैं।
- कनाडा की लोकप्रियता: उच्च शिक्षा के लिए कनाडा की बढ़ती लोकप्रियता ने धोखाधड़ी के लिए अवसर बढ़ा दिए हैं।
- संगठित अपराध का जुड़ाव: अपराधी गिरोह अब उच्च गुणवत्ता वाले नकली दस्तावेज़ तैयार कर रहे हैं।
IRCC के कदम
इस समस्या से निपटने के लिए IRCC ने कई कड़े उपाय अपनाए हैं:
- प्रत्यक्ष सत्यापन: IRCC सीधे शैक्षणिक संस्थानों से संपर्क कर एडमिशन लेटर्स की प्रामाणिकता की जांच कर रहा है।
- दस्तावेज़ों की गहन जांच: अधिकारियों द्वारा दस्तावेज़ों में विसंगतियों और जालसाजी के संकेतों की बारीकी से जांच की जा रही है।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग: IRCC विदेशी सरकारों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी के मामलों पर काम कर रहा है।
कनाडा की साख को बचाने की कोशिश
अधिकांश अंतरराष्ट्रीय छात्र कनाडा की अर्थव्यवस्था और समाज में सकारात्मक योगदान देते हैं। हालांकि, फर्जी आवेदन कनाडा की शिक्षा प्रणाली की साख को नुकसान पहुंचा रहे हैं। IRCC यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि केवल असली छात्रों को वीज़ा दिया जाए।
भविष्य के छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी शैक्षणिक संस्थान को चुनने से पहले उसकी पूरी जांच करें और केवल पंजीकृत इमिग्रेशन कंसल्टेंट्स के साथ काम करें।
इन सख्त कदमों के जरिए कनाडा अपनी वैश्विक प्रतिष्ठा को बनाए रखने और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए सुरक्षित स्थान बनने का प्रयास कर रहा है।
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