गुजरात के गांधीनगर जिले के चदासना गांव में अपनी शादी की बारात के दौरान घोड़े पर चढ़ने को लेकर दलित दूल्हे विकास चावड़ा पर कथित रूप से हमला करने के आरोप में चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। सोमवार दोपहर को हुई इस घटना की पुष्टि मंगलवार को मनसा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने की।
दूल्हे के चचेरे भाई संजय चावड़ा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, दूल्हा और लगभग 100 बाराती दुल्हन के घर जा रहे थे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार एक व्यक्ति ने बारात को रोक लिया। उस व्यक्ति ने कथित तौर पर दूल्हे को घोड़े से खींच लिया और उसे थप्पड़ मार दिया।
शिकायत में आगे कहा गया है कि आरोपी ने दूल्हे को जातिसूचक गालियां दीं, उसके घोड़े पर चढ़ने पर आपत्ति जताई और दावा किया कि केवल उसके समुदाय के सदस्यों को ही ऐसा करने का अधिकार है। इसके बाद, तीन और व्यक्ति आरोपियों के साथ शामिल हो गए और चारों ने दूल्हे के साथ दुर्व्यवहार करना और धमकी देना शुरू कर दिया।
घटना के परिणामस्वरूप, दूल्हे को शादी के लिए दुल्हन के घर तक पहुंचने के लिए चार पहिया वाहन पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
चारों आरोपियों की पहचान शैलेश ठाकोर, जयेश ठाकोर, समीर ठाकोर और अश्विन ठाकोर के रूप में की गई है, जो सभी ओबीसी समुदाय से हैं। उन्हें भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है और उन पर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें धारा 341 (गलत तरीके से रोकना), धारा 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), धारा 504 (जानबूझकर अपमान करना), धारा 114 (अपराध के समय उपस्थित रहना), और धारा 506 (2) ( आपराधिक धमकी). उन पर एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।
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