गुजरात विधानसभा का चुनाव अभी भी 16 महीने दूर है। फिर भी बीजेपी ने अपने घरेलू मैदान पर सभी रिकॉर्ड तोड़ने और विधानसभा की सभी 182 सीटों पर जीत हासिल करने के लिए गंभीर तैयारी शुरू कर दी है। इस सिलसिले में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन किया, जिसमें उन्होंने राज्य के पार्टी कैडर को प्रेरित किया। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस गृह राज्य में पिछला चुनाव विकास के मुद्दे पर जीता गया था।
बीजेपी में जनता की नब्ज को समझने की क्षमता है और ऐसा लगता है कि वे वापस वहीं लौट आए हैं, जिसमें वे सबसे अच्छे हैं- अपरिपक्व हिंदुत्व।
शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71 वें जन्मदिन के अवसर पर 17 सितंबर को होगी। उस दिन राज्य भर के 7001 राम मंदिरों में विशेष आरती कार्यक्रम किए जाएंगे। यह घोषणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने भाजपा की बैठक स्थल केवड़िया में की। कहना ही होगा कि विज्ञान और धर्म मिलकर अधिक कारगर नुस्खा हो जाते हैं, इसलिए बीजेपी द्वारा पूरे गुजरात में 71 ओपन हार्ट सर्जरी भी की जाएंगी। सीआर पाटिल बिल्कुल स्पष्ट थे कि राम की पूजा और मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को एक साथ मनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर आपको राम मंदिर नहीं मिलता है, तो बस कहीं भी भगवान राम की तस्वीर लगाएं और आरती करें।
गुजरात हमेशा से देश में सभी भगवा प्रयोगों का क्षेत्र रहा है। इसलिए विभिन्न प्रयोगों के माध्यम से बीजेपी जब यह कहती है कि वह गुजरात की जनता की नब्ज जानती है, तो यह कतई उसका बड़बोलापन नहीं होता है।
नोटबंदी, जीएसटी, भ्रष्टाचार, राफेल, महामारी और कहीं अधिक मानव निर्मित और प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद गुजरात 1995 से लगातार भाजपा को वोट दे रहा है। तब केशुभाई पटेल ने बहुमत की सरकार बनाई थी। थोड़ी से उथल-पुथल तब मची थी, जब शंकरसिंह वाघेला ने नरेंद्र मोदी और तत्कालीन भाजपाई मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के खिलाफ विद्रोह करते हुए आरजेपी नाम से अपनी पार्टी बना ली थी। कांग्रेस के बाहरी समर्थन से आरजेपी ने 1997 में बीजेपी से सत्ता छीन ली। हालांकि बाद में केशुभाई पटेल को फिर से बहुमत की सरकार बनाने में सफल रहे।
केवल हिंदुत्व ही नहीं, बीजेपी अपने होमवर्क के बूते आधे से अधिक तैयारी पहले ही कर चुकी है, जो गुजरात में स्पष्ट रूप से दिखता भी है। इसकी तुलना में कांग्रेस से ज्यादा यह आम आदमी पार्टी (आप) है. जो गुजरात के ग्रामीण और शहरी इलाकों में ज्यादा पहुंच रही है। ऐसा लगता है कि गुजरात में बीजेपी के लिए कोई चुनौती नहीं है और जो लोग कांग्रेस या आप या अन्य को वोट देंगे, वे विशुद्ध रूप से वैचारिक या जाति के आधार पर देंगे। अन्यथा तमाम गुटबाजियों और मतभेदों के बावजूद भाजपा का गढ़ अभी भी मजबूती से कायम है।
हालांकि 2017 में भाजपा ने विकास और अच्छे दिनों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया था, लेकिन यह आक्रामक रूप से अपनी हिंदुत्व वाली लाइन पर फिर चल रही है। यह उस प्रस्ताव से स्पष्ट हो गया, जिसे गुरुवार को गुजरात भाजपा की कार्यकारिणी ने स्वीकार किया। अब यह भी स्पष्ट है कि इस संकल्प का अनुकरण कई राज्यों में किया जाएगा।
गुजरात बीजेपी की कार्यकारिणी में हिंदुत्व पर अधिक खुलकर बात किए बिना ही उसके बारे में ही बात की गई। अपने आक्रामक नब्बे के दशक में बीजेपी की यह शैली रही थी, जब वह नई थी और आक्रामक रूप से आरएसएस के साथ-साथ विहिप भी उस पर हावी रहती थी। हिंदुत्व के अलावा प्रदेश कार्यकारिणी ने भारत के स्वाभिमान और स्वदेशी गौरव को राष्ट्रीय स्तर पर पुनः प्राप्त करने के लिए पिछले सात वर्षों से नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे महान कार्यों की सराहना करने और उसे गिनाने में काफी समय बिताया।
राजनाथ सिंह ने ठीक ही कहा कि गुजरात में बीजेपी की निरंतर सफलता एक ऐसा मंत्र है, जिसका अनुकरण करने के लिए पूरा भारत प्रयास कर रहा है।
राजनाथ सिंह ने कांग्रेस का उपहास करते हुए कहा, “सबसे पहले, राहुल गांधी खुद विरोध का पर्याय बन गए हैं। देश में जो कुछ भी होता है, उन्होंने इसका विरोध करने का काम ले लिया है। बिना किसी कारण के किसी भी बात का विरोध करना उनका स्वभाव बन गया है।”
उन्होंने कहा कि कुछ अपवादों को छोड़ बीजेपी लगभग 26 वर्षों से लगातार गुजरात में जीत रही है, जो बीजेपी की ठोस लोकप्रियता और लोगों द्वारा स्वीकृति का प्रमाण है। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच उन्होंने कहा, “हम ईवीएम में हेरफेर करने से नहीं जीतते जैसा कि वे आरोप लगाते हैं। हम जीतते हैं, क्योंकि लोग हमें चाहते हैं और लोग हम पर भरोसा करते हैं।”
बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी- बीजेपी- ने केवड़िया में दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा स्थल पर अपनी राज्य कार्यकारिणी का आयोजन किया।
राजनाथ बोले- भारत से आतंकवाद के खात्मे के लिए मोदी जी को धन्यवाद
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी गुरुवार सुबह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। बैठक को संबोधित करने से पहले केवडिया में सरदार वल्लभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने सरदार का गुणगान किया। फिर देश से आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। कहा, ‘मोदी जी ने न केवल आतंकवाद का खात्मा किया है, बल्कि अब भारत एक प्रमुख हथियार निर्यातक बनने की राह पर है। राजनाथ सिंह ने उत्साहित स्रोताओं को बताया कि इस वर्ष भारत ने 17,000 करोड़ से अधिक रक्षा उत्पादों का निर्यात किया। गुजरात को 2022 में अगले डिफेंस एक्सपो शो के लिए चुना गया है, जो अपनी तरह का पहला शो है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया और प्रस्ताव दिया कि गुजरात में धोलेरा के विशेष निवेश क्षेत्र को भारत का रक्षा उपकरण निर्माण केंद्र बनाने के लिए चुना जाए, क्योंकि इसमें सभी आवश्यक बुनियादी ढांचे और सुरक्षा प्रोटोकॉल हैं। राज्य की राजधानी गांधीनगर में होने वाले आगामी डिफेंस एक्सपो शो के लिए श्री रूपाणी और श्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में गुजरात सरकार और रक्षा मंत्रालय के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा- हम राज्य की सभी 182 सीटों पर जीतेंगे
कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए राज्य बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि बीजेपी दिसंबर 2022 में चुनाव होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। यहां तक कि सहकारी क्षेत्र के चुनाव भी हम पार्टी के बैनर तले लड़ेंगे और जनादेश भी हासिल करेंगे। यह गर्व की बात है कि बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों ने इस वर्ष 84 सहकारी संगठनों में जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा नेताओं और कार्यकारिणी की बैठक में शामिल इच्छुक उम्मीदवारों को विश्वास दिलाया, “आप सभी को जीत दिलाना हमारी जिम्मेदारी है।” उन्होंने कहा, “हमारे जमीनी स्तर के पार्टी कार्यकर्ता और कैडर जो काम कर रहे हैं, उसे देखते हुए मुझे गुजरात में सभी 182 सीटें जीतने का भरोसा है।”
यह देश में आयोजित भाजपा की पहली कार्यकारिणी बैठक थी, जो पूरी तरह से कागज रहित थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की इस पहल की राजनाथ सिंह ने सराहना की। सीआर पाटिल यहां तक चाहते थे कि सभी उपस्थित लोग सार्वजनिक परिवहन के माध्यम से आएं, जो वास्तव में काम नहीं करता था। पीएम नरेंद्र मोदी जल्द ही केवड़िया को ई-व्हीकल जोन बनाने का प्रस्ताव रखना चाहते हैं। यानी इलेक्ट्रिक वाहन स्थल। बैठक में शामिल लगभग 600 कार्यकारी सदस्यों को अगली बार अपने वाहनों से केवड़िया नहीं आने की सलाह दी गई। साथ ही उन्हें चुनाव प्रचार के तौर-तरीके भी बताए गए। इसके लिए सबको सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जोर दिया गया। प्रदेश बीजेपी के नए प्रदेश सचिव रत्नाकर जी ने इस मौके पर कहा कि राज्य में लोकसभा की सभी 19 सीटों की तरह विधानसभा की भी सभी सीटें जीतेंगे।
कांग्रेस के एक नेता ने माना- बीजेपी की तैयारी के सामने हम कहीं नहीं
कांग्रेस के एक नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर वीओआइ से कहा कि बीजेपी की चुनावी तैयारी के सामने हम कहीं नहीं ठहरते हैं। उन्होंने कहा कि 2022 के लिए बीजेपी की तैयारी जोरदार तरीके से चल रही है। जबकि कांग्रेस में राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पर अध्यक्ष ही नहीं है।
अनुच्छेद-370 हटाने और अयोध्या में राम मंदिर के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया
प्रदेश भाजपा ने एक प्रस्ताव पारित किया जिसमें कहा गया कि नरेंद्र मोदी के गतिशील, मजबूत, समृद्ध नेतृत्व में भाजपा स्वाभिमान और राष्ट्रीय गौरव से भरे सुरक्षित भारत के निर्माण के लिए आगे बढ़ रही है। हम इस साल स्वतंत्रता का 75 वां वर्ष उत्सव की तरह मना रहे हैं और आजादी के 100 वां साल भी इसी मूड के साथ मनाने के लिए तैयार हैं। प्रस्ताव में सात वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कामों की सराहना की गई। खासकर, मुसिल्म महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में तत्काल तीन तलाक को लेकर। प्रस्ताव में करोड़ों देशवासियों के सपने को साकार करते हुए अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के लिए भी मोदी को धन्यवाद दिया गया।
प्रदेश बीजेपी के एजेंडे में भी तृणमूल कांग्रेस
प्रदेश बीजेपी को स्पष्ट रूप से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की जीत पसंद नहीं आई है। यह कार्यकारिणी के प्रस्ताव में स्पष्ट था, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया था कि बंगाल में जीत के बाद तृणमूल कांग्रेस “बंगाल में कांग्रेस प्रेरित राजनीतिक हिंसा” में लिप्त हो गी। वे उन लोगों की संपत्तियों को तबाह कर रहे हैं जिन्होंने बीजेपी को वोट दिया। बंगाल में मारे गए अधिकतम लोग वे हैं जो हमारे गैर अनुसूचित जनजातियों के हैं। प्रस्ताव में कहा गया है कि बंगाल में लोकतंत्र और संविधानों की रोजाना हत्या की जाती है, लेकिन कांग्रेस और छद्म धर्मनिरपेक्षतावादी इस पर चुप हैं।
ओबीसी आरक्षण का समर्थन
राज्य कार्यकारिणी ने देश में बीजेपी सरकार द्वारा शुरू किए गए एबीसी आरक्षण पर लंबे समय तक विचार किया और कहा कि कांग्रेस का दृष्टिकोण नकारात्मक है। कोविड महामारी के दौरान भी कांग्रेस ने उथली राजनीति की है। बैठक में गुजरात सरकार की आफ्टरकेयर योजना का विशेष उल्लेख किया गया, जिसमें माता-पिता खोने वाले 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को वित्तीय सहायता दी जाती है। साथ ही दावा किया गया कि गुजरात देश में सबसे अच्छी रिकवरी दर वाले राज्यों में से एक रहा।