वैवाहिक जीवन में सेक्स की अपनी भूमिका होती है एक उम्र के अगर सेक्स की भूख शांत नहीं होती तो यह जग हंसाई का कारण बनता है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है, जिसमें 87 वर्षीय महिला से उसके 89 वर्षीय पति द्वारा बार-बार संभोग की मांग की गई। इस हरकत से परेशान बुजुर्ग महिला की मदद के लिए बहु आगे आयी और महिला हेल्पलाइन नंबर 181 पर कॉल की और अभयम टीम बचाव में आई.
जानकारी के अनुसार निजी कंपनी से इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त वेलसेट परिवार के 89 वर्षीय बुजुर्ग पति ने की 87 वर्ष की पत्नी से बार बार सेक्स की मांग करते थे। 87 वर्षीय महिला बमुश्किल बिस्तर से उठ पा रही है ऐसे सेक्स उसके लिए संभव नहीं था । हालांकि, बूढ़ी औरत अपने पति के संभोग की बार बार मांग से परेशां हो गयी थी। इस बात की जानकारी वृद्ध के परिवार और मोहल्लेवालों को होने पर उन्होंने भी वृध्द को समझाने की कोशिश की , लेकिन वह कुछ भी समझने को तैयार नहीं था. और अपनी पत्नी से सेक्स करने को लेकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता था।
मिली जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग द्वारा बार बार यौन सम्बन्ध स्थापित करने की मांग पर सास का बचाव करते हुए बहू ने 181 महिला हेल्पलाइन पर कॉल कर पूरी घटना की जानकारी दी शिकायत के मुताबिक “मेरी सास 87 साल की हैं, उनकी त्वचा भी झड़ने लगी है। वह पिछले डेढ़ साल से बिस्तर पर है। वे बिना किसी की मदद के बाथरूम भी नहीं जा सकती । फिर भी 89 साल के मेरे ससुर उसके साथ बार-बार सेक्स की मांग कर करते है , ससुर का कहना है कि तुम मेरी पत्नी हो तुम्हें मेरे साथ सेक्स करना ही पड़ेगा। रोजाना मेरी सास को शारीरिक संबंध बनाने के लिए अपमानित करने से पूरा परिवार और मोहल्ला शर्मिंदा हो जाता है। लेकिन ससुर नहीं समझते।
फोन पर सूचना मिलते ही अभयम की टीम मौके पर पहुंच गई। वहां जाकर बुजुर्ग महिला और पुत्रवधु से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। वृद्ध पुरुष को समझाने के लिए अभयम काउंसलर द्वारा प्रभावी परामर्श दिया गया। उसे समझाया गया कि, इस उम्र में, विचारों को रचनात्मक गतिविधि में शामिल किया जाना चाहिए। इसमें पसंदीदा गतिविधियाँ, योग, ध्यान, प्रार्थना, संगीत और दोस्तों के साथ समय बिताना शामिल होना चाहिए। आपकी पत्नी की तबीयत अब नाजुक है। इसकी देखभाल करना आपका कर्तव्य है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि परिवार और समाज में आपकी छवि खराब ना हो। यह सब समझाते हुए बूढ़े को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने आश्वासन दिया कि वह कभी भी अपनी पत्नी को किसी भी तरह से परेशान नहीं करेगा। हालांकि अभयम की टीम ने बुजुर्ग के बेटे को सलाह दी कि वे अपने पिता का इलाज किसी मनोचिकित्सक से कराएं।
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