जिस साबरमती तट के किनारे से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजो के खिलाफ बिगुल फुका था , उसी साबरमती तट के किनारे का सहारा कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने और सत्ता वापसी के लिए किया। साबरमती के किनारे आयोजित परिवर्तन रैली को कांग्रेस के पूर्व प्रमुख तथा वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने 52 हजार बूथ से आये कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा और गुजरात में तेजी से सियासी पकड़ मजबूत कर रही आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। प्रशासनिक और नीतिगत मामलों पर भाजपा उनके निशाने पर रही तो लोक लुभावनी घोषणाओं में आप को भी पीछे छोड़ दिया। राहुल गांधी के 43 मिनट का भाषण कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने वाला रहा।
2017 में राहुल गांधी की लगातार गुजरात यात्रा तथा तात्कालिक प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत के कुशल संगठन क्षमता के बल पर कांग्रेस सत्ता की दहलीज तक पहुंच सकी थी , जबकि भाजपा 99 में सिमट कर रह गयी थी। जिसका उल्लेख करते हुए ” राहुल गांधी ने कहा कि पिछले चुनाव में कहा गया था कि कांग्रेस तस्वीर में नहीं है लेकिन चुनाव से छह महीने पहले आपने भाजपा की हवा निकाल दी। आपने बहुत अच्छा संघर्ष किया। आप बब्बर शेर की तरह लड़े। इस बार भी ऐसा ही होगा। पिछली बार की तरह लड़े तो देखिए यहां कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है. ” गुजरात मंत्रिमंडल के बदवाल पर सवाल करते हुए राहुल गांधी ने कहा “पांच साल में सिर्फ हुआ भ्रष्टाचार है । अगर कोई खिलाड़ी क्रिकेट टीम में फेल हो जाता है तो उसे हटा दिया जाता है। गुजरात में पूरी टीम का सफाया कर दिया गया। तुम ( कांग्रेस कार्यकर्ता )लड़ो, मैं तुम्हारे साथ हूं।”
राहुल गांधी ने कहा कि ” वे वैचारिक लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन गुजरात में 25 साल से गुजराती पीड़ित हैं। आपकी लड़ाई किसी राजनीतिक दल से नहीं है, यह लड़ाई कांग्रेस-भाजपा के बीच नहीं है, पहले समझें कि आप किसके खिलाफ लड़ रहे हैं। बीजेपी ने सरदार पटेल की दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा बनायी लेकिन उन्हें ( भाजपा को ) पता नहीं है कि सरदार पटेल क्यों लड़े, कैसे लड़े, किसके लिए लडे । सरदार पटेल व्यक्तित्व नहीं थे, वे हिंदुस्तान के किसानों की आवाज थे। उन्होंने किसानों के हित के लिए काम किया। सरदार पटेल के बिना अमूल का निर्माण नहीं हो सकता था। एक तरफ भाजपा उन्हें पूजती है तो दूसरी तरफ वह ऐसे कानून लाती है , जो किसानों के खिलाफ हैं। तीन कानून लाए, जिसके खिलाफ किसानों ने लड़ाई लड़ी। वहीं बीजेपी का कहना है कि वह किसानों के लिए लड़ रही है. सबका ब्याज माफ होगा, किसानों का नहीं। सरदार पटेल होते तो किसका ब्याज करते ?एक तरफ मूर्ति बनाते है दूसरी ओर उनकी विचारधारा पर आक्रमण करते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात में बिजली की कीमत पूरे देश में सबसे ज्यादा है. आपकी जेब से जो पैसा निकलता है वही दो-तीन कारोबारियों के पास जाता है। यहां सालों से लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं। कोई बोल नहीं सकता। गुजरात में आंदोलन के लिए अनुमति लेनी होती है और आपको उस व्यक्ति से अनुमति लेनी होगी जिसके खिलाफ आप आंदोलन करने जा रहे हैं। “
गुजरात के व्यापारिक पहलु को उजागर करते हुए वायनाड सांसद ने कहा “हिन्दुस्तान का कोई व्यक्ति व्यापार को समझना चाहे तो गुजरात उसे सिखा सकता है, लेकिन गुजरात की ताकत, प्रतिस्पर्धात्मक लाभ वाले छोटे और मध्यम उद्यम थे , गुजरात सरकार छोटे और मध्यम वर्ग के व्यापारियों की मदद नहीं करती है। आप किसी भी दुकानदार से पूछें, वे आपको बताएंगे कि विमुद्रीकरण ने उन्हें नष्ट कर दिया है। गलत जीएसटी लागू किया गया। किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों को फायदा नहीं हो रहा है , केवल तीन-चार बड़े उद्योगपति लाभ ले रहे हैं। । हवाई अड्डे, बंदरगाह, बुनियादी ढांचा, दूरसंचार सभी उनकी देखरेख में हैं। यदि आप इसके खिलाफ लड़ना चाहते हैं, यदि आप आंदोलन करना चाहते हैं, तो आपको पहले अनुमति मांगनी होगी। उन्हें उद्योगपतियों की अनुमति लेनी होगी। क्या सरदार पटेल ने अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन करने की अनुमति ली थी?
इस दौरान राहुल गांधी 8 लोक लुभावने वादे किये , जिसे कांग्रेस ने गारंटी कहा है , गारंटी में राज्य सरकार की विफलता को उजागर करने वाले मुद्दों का समावेश किया गया है।
- हर गुजराती को 10 लाख तक का इलाज कराने की ज़िम्मेदारी सरकार की होगी , दवाइयां मुफ्त दी जाएगी
- 4 लाख रुपये का कोविड कॉम्पन्सेशन, गुजरात के उन 3 लाख परिवारों दिया जाएगा जिन्होंने अपने लोगों को कोविड महामारी में खोया है ।
- किसानों के 3 लाख तक के क़र्ज़े माफ़ किए जाएंगे , किसानों की बिजली बिल माफ किए जाएंगे । आम उपभोक्ताओं की 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।
- युवाओं के लिए 10 लाख नौकरियां निकाली जाएगी जिसमें 50% नौकरियों पर हक़ लड़कियों का होगा ।
- गुजरात में सरकारी नौकरियों में कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम ख़त्म कर देंगे और युवाओं के लिए 3000 रुपये का बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा
- पूरे गुजरात में 3000 सरकारी इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाएंगे और लड़कियों की KG से PG शिक्षा मुफ़्त होगी
- गुजरात के दुग्ध उत्पादकों को 1 लीटर पर ₹ 5 की सब्सिडी दी जाएगी गैस सिलेंडर 500 रुपये में दिए जाएँगे
- करप्शन के खिलाफ क़ानून लाएंगे और पिछले 27 सालों में हुए करप्शन की स्क्रूटनी होगी और दोषियों को जेल भेजा जाएगा
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर एक बड़े उत्सव के बाद 31 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लागू होने की संभावना