ढाई साल बाद देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल को पूर्णकालिक अध्यक्ष 19 अक्टूबर को मिल जाएगा ,21 साल बाद कांग्रेस को निर्वाचित अध्यक्ष मिलेगा जो कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी की जगह लेगा जो 2019 आमचुनाव में कांग्रेस के बुरे परिणाम के बाद राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से यह दायित्व निभा रही है। बुरे तौर से गुजर रही पार्टी की कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को चुनाव कराने का फैसला किया। राहुल गांधी के खिलाफ आरोप लगाते हुए गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफ़ा देने के बाद हुई बैठक में कुछ असहज क्षण देखे गए।
जी-23 नेता आनंद शर्मा मतदाता सूची पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि निर्वाचक मंडल के सदस्य पीसीसी के 9,000 प्रतिनिधियों के बारे में कोई पारदर्शिता नहीं है। ऐसे में इसकी प्रक्रिया पर ही सवाल उठ रहे हैं।कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्षा सोनिया गाँधी ने भी अधिक पारदर्शिता के साथ चुनाव कराने पर जोर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और हाल ही में हिमांचल प्रदेश समन्यवय समिति से ” स्वाभिमान ” के लिए इस्तीफा देने वाले शर्मा ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति समेत सभी पदों के लिए चुनाव होना चाहिए। बैठक में कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गाँधी , राहुल गाँधी और प्रियंका गांधी विदेश से आभासी तौर से शामिल हुयी। सोनिया गाँधी इलाज के लिए विदेश में है जबकि राहुल और प्रियंका गाँधी उनके साथ है।
वही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और G -23 के सदस्य पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा कि अगर सोनिया गांधी और राहुल गांधी अध्यक्ष पद के लिए इच्छुक नहीं हैं, तो राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के चुनाव लड़ने पर हमें खुशी होगी। वहीं अगर कठपुतली अध्यक्ष बनाया गया तो पार्टी नहीं बचेगी। चह्वाण ने आगे कहा ” वह कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा से खुश हैं. लेकिन सभी पद चुनाव से भरे जाने चाहिए मनोनयन से नहीं। चह्वाण ने कहा चुनाव सही तरीके से होना चाहिए और अध्यक्ष ” तोता ” नहीं होना चाहिए।
कांग्रेस के एक नेता के मुताबिक गांधी परिवार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस की कमान सौपना चाहता है लेकिन गहलोत मुख्यमंत्री के तौर पर ही अपना कार्यकाल पूरा करना चाहते है। यह उनकी पसंद है।
गहलोत के बारे में पूछे जाने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण ने कहा ” उन्हें उनके ( गहलोत ) के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है। हम चुनाव के लिए कह रहे थे। यदि राहुल गांधी या गांधी परिवार से कोई अध्यक्ष नहीं बनता जैसा राहुल गाँधी ने कहा है तो हमें उनके विचार और उनकी इच्छा का सम्मान करना चाहिए। हम अध्यक्ष पद को लम्बे समय तक खली नहीं रख सकते। कोई भी चुनाव लड़ सकता है। यदि कोई कहता है की गहलोत तैयार हैं तो हमें ख़ुशी होगी। वह बहुत वरिष्ठ काग्रेसी हैं , संगठन और प्रशासनिक और पार्टी की कार्यप्रणाली से वह गहरे तौर से जुड़े हैं….. अच्छा होगा यदि वह लड़ते हैं।
बता दें कि पिछली बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 21 साल पहले 2001 में चुनाव हुआ था, उस समय जितेंद्र प्रसाद ने सोनिया के खिलाफ चुनाव लड़ा था।उनके बेटे जतिन प्रसाद उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले भाजपा में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस चुनाव समिति के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। अध्यक्ष पद का चुनाव 17 अक्टूबर को होगा। 19 अक्टूबर को मतगणना होगी। जानकारी के मुताबिक, चुनाव के लिए 22 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 सितंबर से शुरू होगी। इसकी अंतिम तिथि 30 सितंबर तय की गई है। यदि एक ही उम्मीदवार होता है जिसकी उम्मीद ज्यादा है तो 30 सितम्बर को कांग्रेस प्रमुख घोषित हो जायेगा।
कांग्रेस में प्रदेश डेलीगेट को मतदान का अधिकार है , लेकिन आनंद शर्मा ने डेलीगेट के निर्वाचन पर ही सवाल खड़े किये। शर्मा ने बैठक में कहा कि मधुसूदन मिस्त्री को प्रतिनिधियों के चुनाव के बारे में बताना चाहिए। पार्टी में आने वाली शिकायतों की तरफ इशारा करते हुए शर्मा ने कहा कि उन्हें बहुत सारी शिकायतें मिली थीं कि बूथ, ब्लॉक या जिला समितियों या पीसीसी की कोई बैठक नहीं हुई। उन्होंने पूछा कि ऐसे में यह 9000 प्रतिनिधियों की सूचियां कैसे तैयार की गईं।
प्रक्रिया में पारदर्शिता रखने का सुझाव देते हुए शर्मा ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले प्रत्येक समिति को सूचियां उपलब्ध कराई जानी चाहिए। मधुसूदन मिस्त्री ने कहा प्रदेश कांग्रेस में डेलीगेट की सूचि उपलब्ध है और निर्वाचन अधिकारी ने उसकी जांच कर अपने हस्ताक्षर किये हैं। यदि कोई उम्मीदवारी जताता है तो उसे भी मतदाता सूची ( डेलीगेट लिस्ट ) दी जाएगी। माना जा रहा है कि सोनिया गांधी ने इस सुझाव पर आश्वासन भी दिया। लेकिन पार्टी ने बाद में इससे मना कर दिया।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव तथा कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि सीडब्ल्यूसी बैठक में कोई सवाल नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने माइक मधुसूदन मिस्त्री को दे दिया , मिस्त्री ने कहा ” जिन्होंने यह सवाल उठाये हैं वह उसी प्रोसेस से गुजरे हैं और उसी प्रोसेस से यह सब कुछ हुआ है। उन्होंने आगे कहा लगभग 9000 डेलीगेट मतदाता की भूमिका में होंगे।
एआईसीसी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा पार्टी नए अध्यक्ष का चुनाव कर 20 अगस्त से 21 सितम्बर के बीच करने वाली थी लेकिन अब यह प्रक्रिया नए कार्यक्रम के मुताबिक अक्टूबर में पूरी होगी। उन्होंने आगे कहा कि विभिन्न विरोध प्रदर्शन ,पार्टी कार्यक्रम और पीसीसी डेलीगेट को तय करने के कारण यह प्रक्रिया 20 दिन के विलम्ब से हो रही है। संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने जोर देकर कहा कि यह एक खुला चुनाव है और कांग्रेस संविधान के मुताबिक कोई इसे लड़ सकता है। कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए 10 पीसीसी डेलीगेट का समर्थन चाहिए। नया अध्यक्ष कांग्रेस की कार्यकारी सोनिया गांधी की जगह लगे जो लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस के बुरी तरह हारने के बाद राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद इस भूमिका को निभा रही थी।
राहुल गांधी के चुनाव लड़ने के सवाल पर एआईसीसी के संगठन महासचिव ने कहा कि चुनाव की घोषणा हो चुकी है , जिसे चुनाव लड़ना है वह तीस सितम्बर तक नामांकन दर्ज करा सकता है।
कांग्रेस महासचिव तथा कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है जिसमे अध्यक्ष समेत सभी पदों के लिए चुनाव होते हैं।
कांग्रेस को 19 अक्टूबर को मिलेगा नया अध्यक्ष , चुनाव कार्यक्रम घोषित