तूफान के तीन महीने बाद भी सरकार की प्रस्तावित सहायता से वंचित अमरेली जिले के धारेश्वर के निवासियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. प्रान्तीय अधिकारी को दिये गये आवेदन के अनुसार जिन लोगों को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, उन्हें मकानों की सहायता प्रदान की गयी है, जबकि जो लोग वास्तव में मिट्टी के मकानों में रह रहे हैं, वे इस सहायता से वंचित रह गये हैं. इस संबंध में ग्रामीणों ने दोबारा सर्वे कराने की मांग की है।
आवेदन के मुताबिक करीब 100 परिवारों को अब तक एक भी रुपये की सहायता नहीं मिली है. तूफान ने परिवारों के घरों की छतों को उड़ा दिया और उनके घरों को तोड़ दिया। आरोप है कि अधिकारियों के साथ मिलीभगत होने से कुछ लोगों ने सहायता प्राप्त की है ग्रामीण द्वारा जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रभावित लोगों ने यह भी कहा कि उस समय तलाटी और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में फॉर्म सौंपे गए थे, और यदि सात दिनों के भीतर समस्या का समाधान नहीं किया जाता है, तो बच्चों, महिलायें और बुजुर्गों सहित तालुका पंचायत कार्यालय में आंदोलन की धमकी दी गयी है