महामारी ने ना केवल पूरी दुनिया को बल्कि न्यायिक प्रक्रिया को भी ऑनलाइन धकेल दिया है । ऐसे में कई जूनियर वकील ऐसे थे जिन्होंने बिगड़ती आर्थिक स्थिति के चलते अपना पेशा बदल लिया। हालांकि, वर्ष 2020 में, राज्य भर से 4742 लोगों ने वकालत के अभ्यास के लिए राज्य बार काउंसिल से पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त किया। यह आंकड़ा शायद इस बात का सबूत है कि आज के युवाओं में वकालत एक पसंदीदा करियर विकल्प है।
कानून स्नातक के लिए कानूनी पेशे में प्रवेश करने के लिए, विशेष रूप से वर्ष 2010 के बाद, दो प्रकार के चार्टर को पूर्ण करना पड़ता है। एक बार ऐसा करने के बाद, उन्हें बार काउंसिल परीक्षा पास करना अनिवार्य है। परीक्षा पास करने पर काउंसिल वकील को प्रैक्टिस सर्टिफिकेट प्रदान करती है। गुजरात में, लगभग 3,500 लोग हर साल स्टेट बार काउंसिल में पंजीकरण कराते हैं। वकीलों के लिए पंजीकरण के बाद दो साल के भीतर बार काउंसिल की परीक्षा पास करना अनिवार्य है। जो लोग दो साल के भीतर इस परीक्षा में उत्तीर्ण नहीं होते हैं, उनके लिए बार काउंसिल ऑफ गुजरात द्वारा जारी किए गए उनके अनंतिम प्रमाण पत्र स्वतः निरस्त हो जाते हैं ताकि वे वकालत न कर सकें।