टाइम मैनेजमेंट: यानी लाख टके का सवाल। एक कौशल, जिसका महत्व माता-पिता, शिक्षक और बॉस हमें सिखाते हैं। करियर (और जीवन) को बढ़िया बनाने के लिए इसमें कोई मोलभाव संभव ही नहीं है।
लेकिन क्या होगा, अगर हमें यह सब गलत लगे?
मुद्दा यह है कि हम समय प्रबंधन यानी टाइम मैनेजमेंट पर तो पूरा ध्यान लगाते हैं, लेकिन ऊर्जा प्रबंधन यानी एनर्जी मैनेजमेंट का खयाल नहीं रखते। टाइम मैनेजमेंट दरअसल सीमित संसाधन (समय) की लगातार, तदर्थ योजना पर निर्भर करता है। जबकि एनर्जी मैनेजमेंट संस्कारों पर निर्भर करता है।
और यह जो बाद वाला है, जो पूर्ण सफलता के लिए काम करता है।
यह बात एप्पल के सीईओ टिम कुक भली-भांति जानते हैं। इसीलिए वह सुबह 3:45 बजे जाग जाते हैं। फिर सुबह 5 बजे जिम जाने से पहले वह शुद्ध, निर्बाध कर्म के लिए शुरुआती घंटों का उपयोग करते हैं।
ऊर्जावान बनाए रखने वाले संस्कारों पर टिके रहने का मतलब होता है कि जब तक बाकी दुनिया जागती है, कुक न केवल उससे आधा दिन आगे रहते हैं, बल्कि शारीरिक और मानसिक तौर पर लक्ष्य को पाने के करीब होते हैं।
यहां बताया गया है कि आप इसी तरह अपने जीवन को पटरी पर रख सकते हैं। और, इसे विज्ञान भी प्रमाणित करता है।
इसे इसलिए जैविक घड़ी (biological clock) कहा जाता है
समय एक सीमित संसाधन है। लेकिन ऊर्जा अक्षय है। यह जानना जरूरी है कि आपके ऊर्जा भंडार को कब भरना है और कब उसका इस्तेमाल करना है। यह स्पष्ट रहने का मतलब है कि आपकी ऊर्जा अधिक धमाकेदार है।
हमारे शरीर अल्ट्राडियन रिदम नामक किसी चीज से गुजरता है, जो 90 से 120 मिनट के चक्र में होता है। इस दौरान हमारा शरीर उच्च से निम्न ऊर्जा की स्थिति में जाता है।
कम ऊर्जा की इन अवधियों के दौरान हमारा शरीर ठीक होने के लिए तरसता है: हम जम्हाई लेते हैं, बेचैनी महसूस करते हैं और भूख लगती है। इसका मतलब है कि लगातार दो घंटे से अधिक काम करना उत्पादकता में कमी का एक कारण है।
ऊर्जा संस्कार यानी रिचुअल: डेढ़ से 2 घंटे काम करने के बाद अपनी डेस्क छोड़ दें। 10 मिनट की सैर पर जाएं, एक केला खाएं या अपना पसंदीदा गाना सुनें। यह डाउनटाइम वही है जो आपके मस्तिष्क को दो घंटे के ठोस कार्य के लिए तैयार करता है।
सबक: अपने फोन की ओर न देखें।
मल्टीटास्किंग से मौत
आप जिस चीज पर ध्यान देते हैं, उसका कुल योग आपका जीवन है- और ध्यान देना भारी ऊर्जा है। चूंकि आधुनिक कार्यस्थल मल्टीटास्किंग से जुड़ा रहता है, इसलिए इसे उत्पादकता के रूप में देखते हुए ऐसा महसूस हो सकता है कि आप जितना अधिक ध्यान देंगे, उतना ही बेहतर होगा। “मुझे देखो! मैं मल्टीटास्किंग कर रहा हूं और काम पूरा कर रहा हूं!”
हमें इस पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
संज्ञानात्मक भार सिद्धांत यानी काग्निटिव लोड थ्योरी (CLT ) के अनुसार, जब हम नई उत्तेजनाओं में भाग लेते हैं तो हम अपनी सीमित क्षमता वाली कामकाजी यादों का उपयोग करते हैं। इसका मतलब यह है कि जब हम एक साथ बहुत सारी समस्याओं पर काम करते हैं, तो हमारे पास इसकी क्षमता और कम होती है। हम अंत में चिंतित, तनावग्रस्त और मानसिक रूप से कमजोर महसूस करते हैं।
सीधे शब्दों में कहें तो हम जिस चीज पर ध्यान देते हैं, उसके साथ हम जितने अधिक सेलेक्टिव होते हैं, उतनी ही अधिक ऊर्जा हमें सार्थक कारणों के लिए लगानी पड़ती है।
एनर्जी रिचुअल: इलेक्ट्रॉनिक्स-मुक्त अस्तित्व के लिए हर सुबह एक घंटे की छुट्टी। इस समय का उपयोग व्यायाम करने, पढ़ने, ध्यान करने या अपने दिन की योजना बनाने में करें।
सबक: फोन अलार्म पर जागने का मतलब है कि आप में संभावना अधिक है।
सोने से पहले ही अपने नोटिफिकेशन देख लें। पास में पुराने जमाने की अलार्म घड़ी लेकर रखें।
डोपामाइन मैनेजमेंट
आप जिस भी तरीके से इसे काट लें, समय प्रबंधन अभी भी महत्वपूर्ण है। बात यह है कि इसे इस तरह से प्रबंधित किया जाए, ताकि मूल्यवान बन सकें।
लगातार कठोर प्रतिबद्धताओं के बजाय अपने दिन को डोपामाइन ट्रिगरिंग पलों के साथ बढ़ाएं। डोपामाइन आपके मस्तिष्क में रिवार्ड्स सेंटर के साथ निकटता से जुड़ा हुआ है और स्मृति और प्रेरणा से लेकर मनोदशा और ध्यान तक हर चीज में शामिल है।
करीबी लोगों के साथ जुड़ना, खुद के लिए फूल खरीदना, या दोपहर के भोजन के लिए एक नई जगह जाने की कोशिश करना, आपके दिन को आनंददायक बनाने के तरीके हैं। आप अपने आप को वह ऊर्जा देंगे, जो आपको दिन की अगली चुनौती से निपटने के लिए चाहिए।
एनर्जी रिचुअल: चिड़चिड़े या अभिभूत महसूस कर रहे हैं? अपने किसी करीबी को संदेश भेजें और उन्हें बताएं कि आप उनकी सराहना करते हैं।
सबक: नोट हाथ से लिखकर बनाएं।