राष्ट्रीय जांच एजेंसी उदयपुर में कन्हैया लाल की बर्बर हत्या की जांच गुजरात और महाराष्ट्र में हाल ही में हुई हत्याओं से जोड़कर करेगी. एजेंसी के उच्च सूत्रों ने यह जानकारी दी. उदयपुर में दो मुस्लिम युवकों ने दिनदहाड़े दुकान में घुसकर टेलरिंग का काम करने वाले कन्हैया लाल की गला रेत कर हत्या कर दी थी.
ऐसा बताया गया कि कन्हैया लाल ने कथित तौर पर नुपूर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट किया था. इस बात से नाराज होकर इन युवकों ने उसकी हत्या कर दी. इस हत्याकांड की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपी गई है. आरोपी युवकों के पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से लिंक मिले हैं.
21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में कथित तौर पर नुपूर शर्मा के समर्थन में मेडिकल व्यवसाय से जुड़े उमेश कोलहे का सिर कलम कर दिया गया था
सूत्रों ने बताया कि, 21 जून को महाराष्ट्र के अमरावती में कथित तौर पर नुपूर शर्मा के समर्थन में मेडिकल व्यवसाय से जुड़े उमेश कोलहे का सिर कलम कर दिया गया था. इस मामले में तीन आरोपी अब्दुल शोएब, मुद्दसर और शाहरूख को गिरफ्तार किया गया था.
25 जनवरी को गुजरात के धानदुका में मोधवाला इलाके में 30 वर्षीय किशन भरवाड़ की हत्या कर दी गई थी
वहीं 25 जनवरी को गुजरात के धानदुका में मोधवाला इलाके में 30 वर्षीय किशन भरवाड़ की हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोप में शब्बीर और इम्तियाज को अरेस्ट किया था.
इस केस की जांच एनआईए और एटीएस द्वारा की गई. दरअसल 6 जनवरी को किशन ने एक फेसबुक पोस्ट किया था. जिसमें उसने भगवान कृष्ण को पैगंबर मोहम्मद से बड़ा बताया था. हालांकि बाद में उसने इस पोस्ट के लिए माफी मांग ली थी.
एनआईए सूत्रों ने कहा कि, ये सभी घटनाएं काफी मिलती-जुलती हैं. हम इनकी लिंक और पैटर्न की जांच कर रहे हैं. दरअसल इन सभी मामलों में आरोपियों को आसानी से पकड़ लिया गया. उन्होंने भागने की कोशिश नहीं की. वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी ये पड़ताल भी कर रही है कि इन घटनाओं का लिंक पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया से तो नहीं है.