कई देश सप्ताह में चार दिन काम और तीन दिन की छुट्टी के फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं। अब ब्रिटेन भी ‘फोर डे वर्क वीक’ क्लब में शामिल हो गया हैं। यहां की कंपनियों ने सप्ताह में चार दिन काम करने और तीन दिन की छुट्टी का फॉर्मूला लागू किया है। इसमें बैंकिंग और हॉस्पिटैलिटी जैसे सेक्टर की करीब 70 कंपनियां शामिल हैं।
हालांकि, इसे फिलहाल 6 महीने के पायलट प्रोग्राम के तहत लॉन्च किया जा रहा है। इन 70 ब्रिटिश कंपनियों के हजारों कर्मचारियों को सप्ताह में चार दिन काम पर आना होगा, लेकिन उन्हें पूरा भुगतान किया जाएगा। यानी छुट्टियां तो बढ़ा दी गई हैं लेकिन उनके वेतन में कोई कटौती नहीं की गई है.
पायलट कार्यक्रम की शुरुआत गैर-लाभकारी समूहों ‘फोर डे वीक ग्लोबल’, ‘फोर डे वीक यूके कैंपेन’ और ऑटोनॉमी द्वारा की गई थी। ऐसा कहने वाले कर्मचारी उत्पादकता और जीवन की गुणवत्ता पर प्रभाव का आकलन करेंगे। परिणाम 2023 में घोषित किया जाएगा। पायलट कार्यक्रम में ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों के शिक्षाविदों के साथ-साथ बोस्टन कॉलेज, यूएसए के विशेषज्ञ शामिल हैं।
3,300 से अधिक कर्मचारी शामिल
ब्रिटेन में शुरू किए गए चार दिवसीय कार्य सप्ताह अभियान में 3,300 से अधिक कर्मचारी भाग ले रहे हैं। इसमें बैंकिंग, मार्केटिंग, रिटेल, फाइनेंस समेत कई अन्य क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। एक प्रचारक ने कहा कि इस चाल से लोगों के मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होगा, कार्यालय में उत्पादकता बढ़ेगी और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
गौरतलब है कि ब्रिटेन में दर्जनों कंपनियां फोर डे वीक फॉर्मूले पर काम कर रही हैं। हालांकि इस बार इसे बड़े पैमाने पर लॉन्च किया जा रहा है. अच्छे नतीजे आने के बाद सरकार भी इस फॉर्मूले को अपनाकर इस पर नियम बना सकती है। जापान जैसे अन्य देशों में भी चार दिन काम करने का चलन बढ़ा है।