गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस छोड़कर कब कौन चला जाये , यह जानना किसी ज्योतिष के लिए भी मुश्किल है। हार्दिक पटेल के कांग्रेस छोड़ने के वक्त खुलकर कांग्रेस की तरफ से बोलने वाले पटेल नेता ,विधायक और पार्टी प्रवक्ता ललित वसोया आज अचानक राजकोट कांग्रेस समेत कांग्रेस के सभी व्हाट्सएप्प ग्रुप से एक के बाद एक रिमूव हो गए , जिससे कांग्रेस नेताओं की धड़कन बढ़ गयी , मानमनौव्वल का दौर शुरू हुआ , जिसके बाद इस पटेल नेता ने यह कहकर मामले को सभालने की कोशिश की कि गलती से वह रिमूव हो गए थे , अभी कांग्रेस में हैं जब जायेंगे तो एक महीने पहले कहकर जायेंगे।
विदित हो की विधानसभा चुनाव 2017 के बाद अभी तक 72 कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में शामिल हो चुके हैं , जिनमे विधायक भी शामिल हैं।
हाल ही में हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल हुए हैं , भाजपा में शामिल होने के वक्त हार्दिक ने कहा था हर दस दिन में कांग्रेस के नेता भाजपा में वह शामिल कराएँगे , जिसमे विधायकों का भी समावेश होगा। धोराजी विधायक ललित वसोया हार्दिक के करीबी समझे जाते हैं , हार्दिक के पार्टी छोड़ते वक्त भी इस कांग्रेस प्रवक्ता ने आक्रमकता से पार्टी का बचाव किया था।
ललित वसोया एक के बाद एक कांग्रेस के ग्रुप से रिमूव हो गए
दो दिन पहले भी गुजरात प्रभारी रघु शर्मा के साथ उन्होंने मुलाकात की थी , सौराष्ट्र की रणनीति में वसोया को कई अहम जिम्मेदारी भी मिलने की तय हुयी थी , लेकिन गुरूवार की सुबह अचानक ललित वसोया एक के बाद एक कांग्रेस के ग्रुप से रिमूव हो गए।
गौरतलब है कि इससे पहले भी ललित वसोया संगठन में नियुक्ति के समय नाराज थे। ललित वसोया हार्दिक पटेल समूह से ताल्लुक रखते हैं। इसलिए चर्चा थी कि ललित वसोया भी ऐसा ही कर सकते हैं। ललित वसोया ने इन सभी आरोपों का खंडन किया और कहा, “ऐसी कोई बात नहीं है। मैं कोई कांग्रेस नहीं छोड़ रहा हूं। “कोई मुझे बदनाम करने के लिए जानबूझकर इस तरह के स्क्रीन शॉट्स प्रसारित कर रहा है। यदि इनमें से कोई भी सच्चाई हो तो , तो मैं शपथ लेता हूं कि मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा। यह सिर्फ मुझे बदनाम करने की अफवाह है।’
अगर मुझे कांग्रेस छोड़नी पड़ी तो मैं सभी को एक महीने पहले बुलाकर बता दूंगा
हार्दिक के करीबी होने की इस तरह की अफवाहों पर प्रतिक्रिया देते हुए ललित वसोया ने कहा, ”कोई भी कांग्रेस पाटीदार हार्दिक पटेल के साथ जाने की सोच भी नहीं सकता. उनके भाजपा में शामिल होने के बाद हमने उनकी पहली आलोचना की।
ललित वसोया ने आगे कहा, ‘अगर मुझे कांग्रेस छोड़नी पड़ी तो मैं सभी को एक महीने पहले बुलाकर बता दूंगा कि मैं कांग्रेस छोड़ रहा हूं और इसके पीछे यही कारण हैं. फिलहाल मेरे पास कांग्रेस छोड़ने का कोई कारण नहीं है। व्यक्तिगत रूप से या राजनीतिक रूप से, मेरी कांग्रेस या भाजपा में किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। अगर मुझे कांग्रेस छोड़नी है तो मैं पहले कांग्रेस भवन जाकर बताऊंगा।’
ललित वसोया को कांग्रेस नेतृत्व मनाने में कामयाब रहा है
वही कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने संवाददाता सम्मलेन आयोजित कर कहा की प्रभारी रघु शर्मा से जब ललित वसोया मिले , तब मै भी था , वह मेरी मीडिया टीम में भी है , मेरी उनसे बात हुयी है , जिसमे ललित भाई ने कहा की उनका जो सोसल मीडिया देखता है उससे गलती हुयी है। इससे ज्यादा कुछ नहीं है। लेकिन सूत्रों का कहना की ललित वसोया को कांग्रेस नेतृत्व मनाने में कामयाब रहा है , अब यह कितने दिनों के लिए हुआ है इस पर सवाल हैं। राजकोट कांग्रेस के ही एक गुट द्वारा इस स्क्रीन शॉट को फैलाया गया था।