क्या आप आसपास स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने पर अपने किसी प्रियजन को इलाज के बिना छोड़ देंगे? क्या आप पीड़ा से मुक्ति के नाम पर बेहोश कर देने या दर्द में बने रहने के लिए सिर्फ इसलिए राजी हो जाएंगे कि शहर में पशुओं के लिए पेशेवर स्वास्थ्य सुविधा नहीं है ?
कम से कम अमदावादियों को अब अपने पालतू जानवरों को ऐसी स्थितियों में छोड़ देने की जरूरत नहीं है। इसलिए कि यहां शैवाल देसाई हैं, जिनका शहर में “बेस्टबड्स हॉस्पिटल” पालतू जानवरों को समय पर और सटीक इलाज देने के लिए तमाम सुविधाओं और सेवाओं से लैस है। यह सुविधा बमुश्किल एक साल पुरानी है। फिर भी उसके नाम 700 से अधिक पालतू पशुओं का सफलतापूर्वक इलाज की उपलब्धि दर्ज हो चुकी है।
देसाई कहते हैं, “जीवन के साथ जंग में मेरा प्रिय और पालतू जानवर हार गया था। उसके लिए मैं कुछ नहीं कर पाया। उसे पेट में अल्सर था, जो उसके पाचन तंत्र के सामान्य कामकाज में बाधा डाल रहा था। काश, हम उसके लिए कुछ कर पाते।” जब वह यह बता रहे थे, तब उनकी आवाज में अपने उस पालतू कुत्ते के दर्दनाक अंत की याद का स्पष्ट अहसास हो रहा था। “बेस्टबड्स” दोस्त जैसा है। जब आपको अपने पालतू जानवर के स्वास्थ्य संबंधी देखभाल के लिए एक पशु चिकित्सक या बस एक चेक-अप की आवश्यकता लगे, तब के लिए एक गैर-लाभकारी, खास पता है “बेस्टबड्स”।
क्लिनिक ने पशु स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में मानक को बढ़ा दिया है। यह पालतू जानवरों की इमेजिंग के लिए उपयोग की जाने वाली परिष्कृत मशीनों में हो या आहार विशेषज्ञ के लिए बीमारी के बाद या उससे उबरने वालों के लिए आहार तालिका बनाना, “बेस्टबड्स” वास्तव में ऐसी सभी चिंताओं का एक उत्तर है।
कुत्तों और बिल्लियों से लेकर पक्षियों, कछुओं, खरगोशों और मछलियों के साथ-साथ यह केंद्र मवेशियों और गोवंशीय तक की बीमारियों को ठीक करता है। अस्पताल डीआर एक्स-रे रूम, डेंटल स्टेशन, “वी” ऑपरेटिंग टेबल के साथ सर्जरी रूम और एनेस्थीसिया से लेकर कुत्तों के लिए एक वेंटिलेटर तक की सुविधाओं से लैस है।
देसाई यह भी कहते हैं, “हम एक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत हैं। हालांकि, हम केवल इस सेवा को लंबे समय तक चलाए रखने के लिए पैसे लेते हैं। पैसे सभी आवश्यक खर्चों- जैसे डॉक्टर के समय, परामर्श शुल्क, उपभोग्य सामग्रियों आदि को ध्यान में रखते हुए तय किए जाते हैं।
जानवरों के अब तक हुए इलाज:
क्र्मांक | पशु | संख्या |
1 | कुत्ते | 500 (आवारा: 60) |
2 | बिल्ली | 120 (आवारा: 25) |
3 | पक्षी | 60 |
4 | बकरी | 1 |
5 | कछुए | 15 |
6 | सरीसृप | 5 |
7 | खरगोश | 10 |
8 | अन्य | 20 |
कुल | 731 |
याद रखें, मनुष्य बात कर सकते हैं लेकिन जानवर नहीं। वर्तमान में विशेषज्ञों में वरिष्ठ पशु चिकित्सक और प्रभारी दिव्येश एन. केलावाला हैं। उनके साथ वरिष्ठ पशु चिकित्सक वैभवी डी. सांघवी और पशु चिकित्सक क्रुणाल पटेल हैं। केलावाला कहते हैं, “सटीक निदान और समय पर इलाज सबसे महत्वपूर्ण होता है। बेस्टबड्स में हमारे डॉक्टरों में इलाज की महारत, उन्नत परीक्षण उपकरण और सटीक डेटा-संचालित विश्लेषण से यह निश्चत होता है कि स्थिति कभी भी नियंत्रण से बाहर न जाए।”
शहर
शहर\ राज्य | इलाज वाले पशु | |
1 | अहमदाबाद | 699 |
2 | वडोदरा | 20 |
3 | आणंद | 5 |
4 | राजकोट | 2 |
5 | पोरबंदर | 1 |
6 | सूरत | 1 |
7 | गांधीधाम | 1 |
8 | उदयपुर | 1 |
9 | मध्य प्रदेश | 1 |
विशेष मामलों का इलाज:
एक बॉक्सर में कंजंक्टिवल सिस्ट
डॉ केलावाला कहते हैं, “हाल ही में एक दो वर्षीय महिला बॉक्सर को बाईं ऊपरी पलक में पानी भरने की शिकायत के साथ लाया गया था। अल्ट्रासाउंड की मदद से हमने कंजंक्टिवल सिस्ट का सही निदान और ऑपरेशन कर उसे स्वस्थ किया। फिर उस पालतू जानवर की मालकिन बीना जडेजा उसे खुशी-खुशी घर ले गईं। ”
एक परसियन बिल्ली में एंट्रोपियन
यह चार वर्षीय नर परसियन बिल्ली में पाया गया था। पलकों के लुढ़कने से लगातार घर्षण के कारण कॉर्नियल अल्सरेशन का इतिहास रहा है। गंभीर ओकुलर डिस्चार्ज, ब्लेफेरोस्पाज्म और फोटोफोबिया भी पाए गए, लेकिन वडोदरा स्थित कीर्ति चौहान की उस पालतू बिल्ली का सफलतापूर्वक इलाज किया गया।
एक गोल्डन रिट्रीवर शिशु कुत्ते के पेट में बाहरी खतरनाक वस्तु
चांदखेड़ा स्थित क्रुतर्थ मेसरिया के पांच महीने के गोल्डन रिट्रीवर की आंत में कोई बाहरी खतरनाक चीज चली गई थी। ऑपरेशन कर उसका इलाज किया गया।
जर्मन शेफर्ड को सांप ने काटा
इसका इलाज तुरंत किया गया था। विषैले रसेल वाइपर (विषैले) सांप के काटने से जर्मन शेफर्ड बहुत कष्ट में था।
इस तरह सभी सुविधाओं से लैस इस स्वास्थ्य केंद्र में एक वेलनेस सेंटर भी है, जिसमें पालतू जानवरों को संवारने के लिए पार्लर और चिकित्सीय रूटीन फैसिलिटेटर जैसी सुविधाएं हैं, जिन्हें जीवन की बेहतर गुणवत्ता के लिए समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। देसाई बताते हैं, “हम आवारा जानवरों का इलाज भी करते हैं और ऐसा 50% की छूट पर करते हैं।” बेस्टबड्स के पास प्रजातियों और नस्ल-विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने वाला एक व्यापक स्नान और सौंदर्य केंद्र भी है। इसके अलावा, यह सुनिश्चित करने के लिए एक पशुचिकित्सक की देखरेख में “त्वचा संबंधी स्नान उपचार” भी है, ताकि पिस्सू और घुन के कारण त्वचा के संक्रमण की समय पर जांच हो जाए।
वाइब्स ऑफ इंडिया की संस्थापक दीपाल त्रिवेदी भी इस गैर-लाभकारी पालतू पशु अस्पताल बेस्टबड्स की ट्रस्टी हैं।