गुजरात कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाने वाले हार्दिक पटेल कांग्रेस के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं , भाजपा के तरफ बढ़ती उनकी नजदीकियां कांग्रेस नेतृत्व के साथ उनके समर्थकों को भी चिंतित कर रही हैं। पाटीदार आंदोलन से चर्चा में आये हार्दिक का अचानक उग्र हिंदुत्व जाग गया है ,संकेतों के सहारे दबाव की राजनीति में माहिर गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी प्रमुख हार्दिक पटेल अपनी सियासत में इन दिनों डीपी बदल कर बदलाव के संकेत दे रहे हैं. एक बार फिर हार्दिक ने अपनी डीपी को भगवामय कर लिया , उन्होंने व्हाट्सएप और इंस्ट्राग्राम की डीपी में भगवा गमछा डाल रखा है ,यह सब कुछ तब हो रहा है जब गुजरात प्रभारी और गुजरात कांग्रेस नेतृत्व से उनकी अनबन सार्वजिक हैं , वह खुले आम दोनों पर आरोप लगा चुके हैं।
उधर, वह कांग्रेस के आयोजनों में भी शामिल हो रहे हैं। कांग्रेस का युवा स्वाभिमान सम्मेलन आज तापी के सोनगढ़ में आयोजित किया गया है. गुजरात के युवाओं की बेरोजगारी और विभिन्न मुद्दों पर होगी कांग्रेस का स्वाभिमान सम्मेलन में भाग लेने के लिए कांग्रेस युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी बी श्री निवास और कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष हार्दिक पटेल भी मौजूद रहे । कांग्रेस पार्टी में जारी नाराजगी के बीच हार्दिक पटेल कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल हुए हैं.
तापी जिले के कांग्रेस विधायक , पूर्व केंद्रीय मंत्री तुषार चौधरी समेत कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद हैं. हालांकि कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने कांग्रेस का दुपट्टा नहीं पहना था।
कैसे हार्दिक ने बदले रंग
हार्दिक पटेल का खेल उच्चतम न्यायालय द्वारा उनके चुनाव लड़ने पर गुजरात उच्च न्यायालय दौरा लगाए गए रोक के फैसले पर रोक लगाने के बाद शुरू हुआ , हार्दिक ने पत्रकार परिषद बुलाकर कांग्रेस नेतृत्व के फैसले लेने की क्षमता पर सवाल उठाया था , उसके बाद तो कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने यह भी कहा था कि उन्हें हिन्दू होने पर गर्व है. गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनावों से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने के कांग्रेस के प्रयासों से हार्दिक नाराज हैं और उनका मानना है कि अगर नरेश पार्टी में शामिल होते हैं तो पाटीदार समुदाय के नेता के रूप में उनका (हार्दिक का) प्रभाव खत्म हो जाएगा.
‘कामकाज की शैली’ को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने के करीब एक सप्ताह बाद हार्दिक ने कहा था कि उन्होंने अपने विचार से पार्टी आलाकमान को बता दिया है और उन्हें उम्मीद है कि राज्य के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा.
पिछले लोकसभा चुनाव (2019) से पहले कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक पटेल ने कहा, ‘हमें यह मानना होगा कि बीजेपी की ओर से हाल में लिए गए राजनीतिक फैसले दिखाते हैं कि उसके पास राजनीतिक निर्णय लेने की बेहतर क्षमता है. मेरा मानना है कि इसकी तारीफ किए बगैर भी हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं. अगर कांग्रेस मजबूत बनना चाहती है तो उसे निर्णय लेने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी.’
उनके बयान दिल्ली में भाजपा के एक शीर्ष नेता के संपर्क में बताए जा रहे हैं. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि हार्दिक अब जा सकते हैं। इससे पहले सीआर पाटिल ने कहा था कि हार्दिक समेत कांग्रेस के कई नेता बीजेपी के रुख से प्रभावित हैं.
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है
. बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल और बीजेपी नेतृत्व के बीच बातचीत चल रही है. वह दिल्ली में एक बड़े नेता से मुल्कात भी कर चुके हैं. सूत्रों ने बताया कि अगर हार्दिक बीजेपी में आना चाहते हैं तो ये उनका खुद का फैसला होगा. बताया जा रहा है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस आलाकमान से नाराज हैं. कांग्रेस की आलोचना करने के कुछ ही दिनों बाद गुजरात में कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल ने ‘फैसला लेने की क्षमता’ के लिए बीजेपी की तारीफ की थी और कहा था कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई नेतृत्व में इसका (निर्णय लेने की क्षमता का) अभाव है.
हार्दिक पटेल ने कहा था कि उन्हें हिन्दू होने पर गर्व है.
कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने यह भी कहा था कि उन्हें हिन्दू होने पर गर्व है. गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनावों से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने के कांग्रेस के प्रयासों से हार्दिक नाराज हैं और उनका मानना है कि अगर नरेश पार्टी में शामिल होते हैं तो पाटीदार समुदाय के नेता के रूप में उनका (हार्दिक का) प्रभाव खत्म हो जाएगा.
‘कामकाज की शैली’ को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने के करीब एक सप्ताह बाद हार्दिक ने कहा था कि उन्होंने अपने विचार से पार्टी आलाकमान को बता दिया है और उन्हें उम्मीद है कि राज्य के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा.
पिछले लोकसभा चुनाव (2019) से पहले कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक पटेल ने कहा, ‘हमें यह मानना होगा कि बीजेपी की ओर से हाल में लिए गए राजनीतिक फैसले दिखाते हैं कि उसके पास राजनीतिक निर्णय लेने की बेहतर क्षमता है. मेरा मानना है कि इसकी तारीफ किए बगैर भी हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं. अगर कांग्रेस मजबूत बनना चाहती है तो उसे निर्णय लेने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी.’
प्रशांत किशोर के कांग्रेस की गुजरात योजना में नरेश पटेल और हार्दिक पटेल महत्वपूर्ण खिलाड़ी