कभी कांग्रेस की तमाम समस्याओ को दूर कर गाँधी परिवार के संकट मोचक रहे अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल उनकी मौत के दो साल के भीतर ही कांग्रेस आलाकमान की उपेक्षा से परेशान होकर बागी तेवर अपना लिए है , जिस आलाकमान तक बड़े से बड़े नेता को कोई सन्देश पहुंचाने के लिए अहमद पटेल का सहारा लेना पड़ता था ,आज उनके बेटे को अपना सन्देश पहुंचाने के लिए ट्विटर का सहारा लेना पड़ रहा है। दिवंगत नेता और सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने कांग्रेस छोड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि इंतजार करते-करते थक गया हूं। आलाकमान से कोई प्रोत्साहन नहीं है। अपने विकल्प खुले रख रहा हूं। ट्वीट के कुछ ही देर बाद वह वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटोनी से मिलने उनके आवास पर गए , ए के एंटोनी अहमद पटेल के नजदीकी थे , फैसल ने उन्हें पितातुल्य बताया साथ ही लिखा ,स्वर्गीय पिता के बाद उन्हें उनका हमेशा स्नेह ,और मार्गदर्शन मिलता रहा है।
फैसल ने किया भरुच – नर्मदा का दौरा
फैसल ने फिलहाल अपने गृह जिले भरूच और नर्मदा जिलों की 7 विधानसभा सीटों के दौरे पर हैं। उन्होंने एक समाचार एजेंसी से कहा की मेरी टीम राजनीतिक स्थिति की वर्तमान वास्तविकता का आकलन करेगी और हमारे मुख्य लक्ष्य को पूरा करने के लिए जरूरत पड़ने पर बड़े बदलाव करेगी। भगवान की मर्जी से हम सभी 7 सीटें जीतें। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैं फिलहाल राजनीति में नहीं आ रहा हूं और अभी पार्टी में शामिल होने को लेकर निश्चित नहीं हूं।
हालांकि, फैसल ने कहा कि अगर वह राजनीति में शामिल होते हैं, तो वह चुनावी राजनीति में प्रवेश नहीं कर सकते, लेकिन पार्टी के लिए काम कर सकते हैं। पार्टी में कब शामिल होंगे, इस बारे में पूछे जाने पर फैसल ने कहा, यह आलाकमान पर निर्भर है। गुजरात में साल के अंत तक चुनाव होने हैं और कांग्रेस विधानसभा चुनाव की तैयारी में लगी हुई है।
20 साल से वफादार कर्मचारियों को हटाने का किया था ट्ववीट
इसके पहले फैसल ने ट्वीट कर पिछले 20 साल से अहमद घर कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों को कम करने का ट्वीट किया था ,अहमद पटेल के निधन के कुछ समय बाद ही आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से मुलाकात की थी , जिसके बाद से ही उनके आप में शामिल होने की चर्चा ने जोर पकड़ा था लेकिन बीच में उन्होंने सक्रीय राजनीति की बजाय सेवा को प्राथमिकता देने का बयान देकर अटकलों को विराम दे दिया था। गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता डॉ मनीष दोषी ने भरोसा जताया की अहमद पटेल का परिवार कोंग्रेसी था और कांग्रेसी रहेगा। फैसल ने अपने ट्वीट में भी कांग्रेस का शब्द इस्तेमाल नहीं किया है लेकिन सियासी पंडित इसे कांग्रेस की नाराजगी से जोड़कर देख रहे हैं।
अहमद पटेल का नवंबर 2020 में निधन हुआ था
बता दें कि लंबी बीमारी के बाद अहमद पटेल का नवंबर 2020 में निधन हो गया था। पटेल सोनिया गांधी के सबसे करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। वे सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी थे। अहमद पटेल ने अपने बेटे फैसल और बेटी मुमताज को राजनीति से दूर रखा था। लेकिन अब उनके बेटे इच्छा जता रहे हैं। वहीं कुछ दिन पहले फैसल ने कहा था कि उन्हें पता नहीं है कि राजनीति में उन्हें आसानी से प्रवेश मिल पाएगा कि नहीं। उन्होंने कहा कि मैं पर्दे के पीछे से कांग्रेस के लिए काम करता रहा हूं।
अभिनेत्री अमीषा पटेल को ट्विटर पर फैज़ल पटेल ने पूछा क्या मुझसे शादी करोगी ?, फिर हटाया ट्वीट