अहमदाबाद के पिराना क्षेत्र के निश्कलंकी नारायण आश्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. स्वयंसेवक संघ सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत एवं शासकीय दत्तात्रेय होसबोले की अध्यक्षता में 11 से 13 मार्च तक प्रतिनिधिमंडल की बैठक हुई। आखिरी दिन यानी 13 मार्च को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मौजूद थे|
उन्होंने डॉ. मोहन भागवत और दत्तात्रेय होसबोल के साथ बैठक की। जिसमें भारत के वैश्विक विकास को ध्यान में रखते हुए चर्चा की गई। इस बैठक को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र की चिंता था। जिसमें भारत के कई स्वयंसेवक मौजूद थे।
आरएसएस की बैठक में इन मुद्दों पर हुई चर्चा:
- छोटे व्यवसायों में तेजी लाने के प्रयास
- भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में लघु उद्योगों में तेजी लाने के लिए
- सरकार के साथ समन्वय कर छोटे व्यवसायों में तेजी लाने की योजना बनाई जाए
- अगले 2025 में आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ है। जिसके बाद पूरे भारत में संघ की 1 लाख दैनिक शाखाएँ कैसे स्थापित की जा सकती हैं, इसका लक्ष्य रखा गया
- भारत के हर गांव को एक आदर्श गांव बनाने का लक्ष्य
- भारत के विचारों को मजबूत करने का होगा प्रयास
- स्वतंत्रता के अमृत उत्सव के तहत संघ ने कई कार्यक्रमों के बारे में सोचा
- स्वदेशी आत्मनिर्भरता पर जोर
- सामाजिक समरसता का उद्देश्य सामाजिक समरसता बढ़ाना
अहमदाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन