शहर में वस्त्रपुर (Vastrapur) पुलिस ने सोमवार को मेमनगर के एक एजेंट के खिलाफ कनाडा के वर्क परमिट वीजा के लालच में पांच लोगों से 15 लाख रुपये ठगने का मामला दर्ज किया है| घाटलोदिया निवासी 27 वर्षीय विशाल नागर द्वारा दायर एक शिकायत के अनुसार , एजेंट और मामले के आरोपी हर्षिल पटेल ने मार्च 2019 में उनसे कनाडा के वर्क परमिट की पेशकश की थी।
पटेल ने नागर से कहा कि वह इसके लिए 3 लाख रुपये चार्ज करेंगे। आश्वस्त होकर, मार्च 2019 में नागर ने उन्हें 2 लाख रुपये दिए, जिसके लिए पटेल ने उन्हें स्टांप पेपर पर एक रसीद दी, प्राथमिकी में कहा गया है।
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हालांकि, पटेल बाद में मार्च 2021 तक नागर को मुंहतोड़ जवाब देते रहे और फिर कहा कि कोविड -19 महामारी के कारण, कनाडा में वर्क परमिट के लिए उनकी याचिका रद्द कर दी गई थी। पटेल ने नागर से कहा कि वह जल्द ही अपना पैसा लौटा देंगे। फिर वह नागर की कॉल्स से बचने लगा और अक्सर कहता था कि वह ज्यादातर समय मुंबई में ही रहता है।
नागर ने प्राथमिकी में कहा कि वह पटेल के मेमनगर स्थित कार्यालय भी गए थे लेकिन वह वहां नहीं थे। दिसंबर 2021 में उनके कुछ स्टाफ सदस्यों ने नागर को आश्वासन दिया कि पटेल उनके पैसे वापस कर देंगे। जनवरी 2022 में जब नागर फिर पटेल के दफ्तर गए तो वह बंद हो गया। नागर ने कहा कि उनकी तरह छोटा उदयपुर के विराज पटेल और भौतिक पटेल, वडोदरा के नील पटेल और अहमदाबाद के जील पटेल नाम के चार अन्य लोगों से कुल 11 लाख रुपये ठगे गए|
वस्त्रापुर (Vastrapur) पुलिस ने हर्षिल पटेल के खिलाफ विश्वासघात और धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।